पलवल, सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि जिला के लगभग सभी गांवों में सबसे बड़े स्केल पर फौगिन करवाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों के द्वारा लगभग 1 लाख 30 हजार मलेरिया के टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमे से 3 केस पॉजिटिव पाए गए थे और 624 से भी ज्यादा (एलिसा) डेंगू के टेस्ट कर चुके हैं, जिनमें से 20 डेंगू पॉजिटिव पाए गए थे। अब यह सभी ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। जहां पहले सिर्फ गलियों में दवाई डाली जा रही थी, अब स्वास्थ्य टीमों के द्वारा घरों में घुसकर दवाई डाली जा रही है। 600 से भी ज्यादा घरों में मच्छरों के लार्वा के लिए नोटिस दिए जा चुके हैं। सिविल सर्जन ने सभी से अपील की है कि हर बीमारी से लडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग को जनता के सहयोग की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

डेंगू मलेरिया के चलते और भी सख्ती बरतनी होगी। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि बच्चों को लेकर बिल्कुल भी लापरवाही न करें। बच्चो को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं व मच्छरदानी का उपयोग जरूर करें व अपने आस-पास साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। हमारी तरफ से जितनी साफ-सफाई को लेकर लापरवाही होगी उतनी ही तेजी से बीमारी फैलेंगी। डा. ब्रह्मदीप ने स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से आह्वïान किया कि वे पूरी मेहनत व लग्न से जनहित में कार्य करें व आम जनता की तकलीफ को दूर करें।
उन्होंने पलवलवासियों से अपील की कि सभी के स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई का होना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग पूरी सजकता से अपने कार्य में निरंतर जुटा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बीमारी आने की एक खास वजह यहां जगह-जगह गंदगी का फैलना है। गंदे व दूषित पानी पीने से भी ज्यादातर लोग बुखार में पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सैंपलिंग व ट्रीटमेंट किया जा रहा है। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने सभी से अपील की कि अगर हम मिलकर साफ-सफाई पर ध्यान देंगे तो हम सभी बीमारियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से पलवल जिले को स्वच्छ जिला बनाने में प्रयासरत है।