ऊधम सिंह, पलवल सिटी
पलवल, उपायुक्त कृष्ण कुमार ने निर्देश दिए किए कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के लाभपात्रों की पहचान के लिए गठित टीमे आगामी 3 सितंबर तक सर्वे का कार्य पूर्ण करें और संबंधित अधिकारी इस कार्य पर पूर्ण नजर बनाए रखें।
उपायुक्त हरियाणा सरकार की रोजगारोन्मुखी, आय सृजन योजना स्कीम मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के संदर्भ में गुरुवार को लघु सचिवालय के कांफे्रस हॉल में संबंधित अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार की ओर से विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें मदद पहुंचाई जाएगी। ऐसे परिवारों के कौशल विकास पर ध्यान दिया जाएगा। इसलिए इस सर्वे के कार्य को तय समय पर पूरा करें तथा सर्वे के कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। उन्होंने सर्वे टीमों द्वारा भरा जाने वाले फार्म के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान सर्वे टीमों को प्रशिक्षण भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि अपनी टीम मैम्बर के साथ एक बैठक कर लें , इस बारे में स्पष्टïता होना जरूरी है ताकि सर्वें के दौरान इस स्कीम के बारे में बताने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। सभी संबंधित टीमों द्वारा यह कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण करना सुनिश्चिित करें। उन्होंने कहा कि सर्वे के कार्य के दौरान संबंधित क्षेत्र में वैक्सीनेशन का कार्य भी कराना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने अधिकारियों को सर्वें के कार्य संबंध में आवश्यक जानकारियों से विस्तृत रूप से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि इस सर्वे कार्य को पूर्ण करने के लिए 09 टीमों का गठन किया गया है। डीआईओ डी.पी. कुलश्रेष्ठï ने पावर प्रजेंन्टशन के माध्यम से लॉगिन आईडी द्वारा पोर्टल पर परिवार का आवश्यक ब्यौरा भरने आदि के संबंध में प्रशिक्षण दिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना हरियाणा सरकार की एक पहल है जिसके तहत प्रदेश में सबसे गरीब परिवारों की पहचान की गई है। इस योजना के तहत कौशल विकास, स्वरोजगार, और रोजगार सृजन के उपायों का एक पैकेज अपनाया जाएगा ताकि अंत्योदय परिवारों की न्यूतम वार्षिक आय को प्रति वर्ष बढ़ाया जा सके।
बैठक में एसडीएम पलवल वैशाली सिंह, सीईओ जिला परिषद अमित कुमार, सिविल सर्जन ब्रहमदीप सिंह, मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी अरविंद कुमार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।