बरसात होने पर मच्छर से फैलने वाली बीमारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क : सिविल सर्जन

पलवल, सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि कोविड-19 की बीमारी के बचाव के साथ-साथ मलेरिया व डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही है। साथ में लोगो को सामजिक दूरी व मास्क का प्रयोग करने के लिए बार-बार प्रेरित कर रही है और बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू व कोविड-19 की जांच के लिए लोगो को जागरूक कर रही है। इसके साथ-साथ उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अब तक घरों में मलेरिया व डेंगू का लार्वा पाया जाने पर 3722 हिदायत संबंधी नोटिस दिए है, क्योंकि बारिश होने के बाद मच्छरो से फैलने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है, क्योकि बारिश का पानी जहां भी जमा हो जाता है, वहां पर मलेरिया व डेंगू फैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है, जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए समुदाय में लोग अपने घरो व कार्यालयों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दे। अगर पानी के निकास की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल डाल दे, जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाएं। सिविल सर्जन ने सभी आमजन से सप्ताह में प्रत्येक रविवार को समुदाय में ड्राई-डे मनाने के लिए अपील की है, जिसके दौरान घरो मे रखे कूलर व छतो पर रखी टंकियो को रगडक़र कपड़े से साफ करें व पीने के पानी को ढककर रखें। फ्रिज की ट्रे को सप्ताह में एक बार जरूर साफ करे। अगर साफ करना संभव न हो तो उसमे सरसों का तेल व एक ढक्कन पेट्रोल भी डाल सकते है, जिससे बीमारी फैलाने वाले मच्छर का लार्वा मर जाए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 की तुलना में मलेरिया व डेंगू के मामलो में काफी कमी आई है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है, जिसमे अब  तक लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ बुखार आने पर कोविड-19 की जांच करवाने के लिए प्रेरित कर रही है। पलवल के सभी डेंगू संभावित क्षेत्रो में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा कोविड-19 को ध्यान मे रखते हुए सभी टीम बखूबी अपना कार्य कर रही है। जिला पलवल में अर्बन मलेरिया विभाग की टीम डेंगू व मलेरिया के बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। जिले में 31 अगस्त तक 94 हजार 253 रक्त के नमूने लिए जा चुके है, जिनमे केवल होडल ब्लाक से दो मलेरिया के मरीज निकले है और एक मरीज जिला मेवात से जांच होकर हथीन ब्लाक के मठेपुर गांव से पाया गया है, जोकि 7 महीने की गर्भवती महिला है। इसका इलाज किया जा चुका है और अब वह बिल्कुल ठीक है। अब तक 2021 में डेंगू का एक मामला सामने आया है, जिसका इलाज हो चुका है जो अब ठीक है। फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है। अब तक जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए पिछले महीने तक 2 लाख 92 हजार 368   से ज्यादा घरो मे जांच हो चुकी है, जिनमे घरो के कूलर, टंकी, हौदियो व फ्रिज की जांच की जा चुकी है। जिले में अब तक जिन घरो मे लार्वा मिला है, उनको साफ-सफाई सम्बन्धी लार्वा को हटाने के लिए चेतावनी देते हुए 3 हजार 722 घरो में नोटिस दिए जा चुके हैं और अगर भविष्य मे इन घरो मे दोबारा लार्वा मिलता है या पाया जाता है तो इनका चालान भी किया जा सकता है। जिले मे डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है, जिनमें स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाई जा रही हैं, जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पानी ठहरेगा जहां मच्छर पनपेगा वहां।

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