पलवल, सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि दिल हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है। जब से यह बनता है, बिना रुके काम करता है, लेकिन हमारी जीवन शैली की कुछ खराब आदतें दिल के सिस्टम को बेहद नुकसान पहुंचाती हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार सर्दियों में हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा होती है। आमतौर पर लोगों का मानना है कि सर्दी के दिनों में सर्दी, जुकाम और फ्लू के मामलों में तेजी आ जाती है, जबकि इस मौसम में हार्ट अटैक का जोखिम सबसे ज्यादा है।
उन्होंने बताया कि दिल की बीमारी से होने वाली मौतें अचानक होने वाली मौत सहित सर्दी की शुरुआत में बहुत तेजी से बढ़ती है। डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि हमें सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक से बचने के तरीकों को अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के मामले सर्दियों में ज्यादा देखे जाते हैं। यह स्थिति सबसे ज्यादा उन लोगों के साथ बनती है, जिनकी धमनियां पहले से ही संकुचित हैं। दिल के दौरे की संभावना सबसे ज्यादा सुबह के वक्त होती है। जब तापमान सबसे कम होता है।
किसी भी संक्रमण से दिल को ज्यादा ब्लड पंप करने की जरूरत बढ़ जाती है। इसलिए डैमेज हुआ दिल और ज्यादा परेशानी में आ जाता है। इसके अलावा गंभीर इनफ्लुएंजा के कारण शरीर में कम ऑक्सीजन का स्तर अनियमित दिल की धडक़न को ट्रिगर कर सकता है।
सिविल सर्जन ने बताया कि ब्लड प्रेशर में कमी से मायोकार्डियल इस्कीमिया हो सकता है।
ठंड में फिजिकल एक्टिविटी में कमी, मानसिक दबाव, खाने-पीने की खराब आदतें और इस मौसम में होने वाले वायरल इंफेक्शन की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, जिन लोगों का दिल कमजोर है। उन्हें खासतौर से इस मौसम में अपना ध्यान रखना चाहिए।