पलवल। अखिल भारतीय किसान सभा की जिला इकाई की बैठक स्थानीय जाट धर्मशाला में संपन्न हुई। बैठक में आगामी पांच अप्रैल को दिल्ली में होने वाले किसान मजदूर रैली की तैयारियों पर चर्चा की कई। अध्यपात जिला प्रधान धर्मचंद घुघेरा ने की, जबकि संचालन जिला सचिव दरियाब सिंह सौरोत ने किया। इस दौरान किसान सभा के राज्य सह सचिव मनोज कुमार भी मौजूद रहे।

किसान नेता मनोज कुमार ने कहा कि आगामी पांचअप्रैल को पूरे देश से लाखों किसान-मजदूर केंद्र सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे, जिसमें पलवल से हजारों किसान, मजदूर, परियोजना कर्मी भाग लेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर दो टीमों का गठन किया गया। टीमें 18 मार्च से गांव-गांव जाकर किसान मजदूरों से दिल्ली पहुंचने की अपील करेंगी। किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार लिखित आश्वासन देने के बावजूद न तो एमएसपी के लिए कानून बनाया, न हीं किसानों की कर्ज मुक्ति के लिए कोई कदम उठाए, जिस कारण खेती घाटे का सौदा बन गई।
इस संकट के कारण लाखों किसन मजदूर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए। देश में बेरोज़गारी और महंगाई चरम पर है, इसलिए आज देश के सभी किसान, मजदूर, कर्मचारी, छोटे व्यापारी, बेरोजगार युवाओं को मिलकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है।
बैठक में 23 मार्च को शहीदी दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित किया।
बैठक को किसान सभा के नेता सोहनपाल चौहान, ताराचंद, हरिप्रसाद शर्मा, राजू शर्मा, प्रभु दयाल शर्मा, नंदकिशोर डाढौता, समय राम ककराली, प्रताप सिंह चेयरमैन, चंद्रमणि आर्य, बिशंबर तेवतिया, बीधू सिंह, श्याम दत्त शर्मा, सतीश कमरावली, किशन चंद शर्मा, राजवीर चांदहट, रनवीर सिंह तेवतिया, चतर सिंह मीसा, बिजेंद्र सिंह, नंदा सरपंच, सीटू के नेता रमेश चंद्र व उदयवीर सिंह हिस्सा लिया।