पलवल ।कृषि कानूनों की वापिसी के बाद अन्य लंबित मांगों को लेकर आज किसान संघर्ष समिति पलवल की एक बैठक जाट धर्मशाला पलवल में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन टिकट के राष्ट्रीय सचिव रतन सिंह सौरत ने की ।बेठक में किसानों व उनके परिजनों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया की संघर्ष समिति पलवल को अब संयुक्त किसान मोर्चा के नाम से जाना जाएगा ।बैठक को संबोधित करते हुए किसान नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान ने कहा की सरकार ने किसानों के साथ किया गया अपना वादा नहीं निभाया है। इतने दिन बाद भी एमएसपी पर सरकार की ओर से कमेटी बनाने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा

जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी 5 सदस्य कमेटी के नाम सरकार को सौंप दिए हैं ।उन्होंने कहा कि अभी तक किसानों के ऊपर दर्ज मुकदमे भी पूर्ण रूप से वापस नहीं लिए गए हैं। ब्लॉक समिति के सदस्य राजकुमार ओलिहान घुघेरा ने कहा कि यदि शीघ्र ही सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया तो संयुक्त किसान मोर्चा पलवल उत्तर प्रदेश मैं आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ लोगों को लामबंद करेगा।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की आने वाली 30 जनवरी को जाट धर्मशाला पलवल में उन किसान योद्धाओं को सम्मानित किया जाएगा जो किसान आंदोलन में लगातार सक्रिय भूमिका में रहे तथा अपने कुर्बानियां दी उन्होंने कहा की कल की होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा
उसके अनुसार अगला कदम उठाया जाएगा यदि सरकार अपनी हठधर्मिता पर रही और संयुक्त किसान मोर्चा ने दोबारा आंदोलन करने का निर्णय लिया तो देश का किसान पुन सडकों उतर कर सरकर की आंखे खोलने का काम करेगा ।
बेठक में किसान नेता धर्मच्ंद घुघेरा,,नरेंद्र सहरावत,,रूपराम तेवतिया,ताराचन्द,उदयसिंग नंद राम शर्मा, ऋषि पाल सोहनपाल चौहान,सतीश भुर्जा बिजेंद्रसिंह, राजेन्द्र सिंह बैंसला,मूलचंद आदि नेता हाजिर हुये।