पलवल। विधायक दीपक मंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना परिवार पहचान पत्र से सत्यापित आंकड़े प्राप्त कर रही है, जिसके अनुसार राज्य में सबसे गरीब परिवारों की पहचान की गई है। मुख्यमंत्री अंत्योदया परिवार उत्थान योजना के तहत कौशल विकास,मजदूरी रोजगार,स्वरोजगार और रोजगार सृजन से उपायों का एक पैकेज अपनाया जाएगा ।
प्रत्येक परिवार को उनके आर्थिक उत्थान को सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है ताकि शुरू में 1 लाख स्पए और बाद में सालाना 1.80 लाख रूपए की न्यूनतम आर्थिक सीमा तक पहुंच सके। मंगला सोमवार को विश्राम गृह पलवल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ भी मौजूद थे।

विधायक मंगला ने कहा कि राज्य में इस योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तरीय टास्क फोर्स और जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा राज्य के क्षेत्र को 273 जोनों में विभाजित किया गया है। राज्य के सभी उपायुक्तों द्वारा इन 273 जोनों के लिए नगर आयुक्त,उपमंडल मजिस्ट्रेट सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों की अध्यक्षता में जोनल समितियां बनाई गई है। पलवल जिले के सभी ब्लॉकों में अंत्योदय ग्राम उत्थान मेले आयोजित किए गए है।
मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के तहत लगाए गए मेलों में 18 विभागों को शामिल किया गया है जिसमें लगभग 53 योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। पलवल जिले में इस योजना के अंर्तगत 4549 परिवार योगय पाए गए है। पलवल जिले में प्रथम चरण में 16 मेलों का आयोजन किया गया है। अब तक 45 परिवारों के लिए लोन स्वीकृत हुए है,जबकि 13 परिवारों को लोन मिल चुके है। इस अवसर पर निगरानी समिति के सदस्य मुकेश सिंगला, हरेंद्र तेवतिया, अविनाश शर्मा मुख्य रूप से मौजूद थे।