पलवल। सहकारी चीनी मिल में गन्ना लेने में देरी को लेकर शनिवार का गन्ना किसानों का प्रतिनिधिमंडल ने प्रबंध निदेशक शशि वसुंधरा से मुलाकात की। इस दौरान प्रबंध निदेशक को मांगों का ज्ञापन सौंपकर किसानों का पूरा गन्ना लेने सहित अन्य मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, धर्मचंद घुघेरा, रूपराम तेवतिया, ताराचंद, बीधू सिंह, नरेंद्र सहरावत, दीपक चौहान, लाला डायरेक्टर, हुकम सिंह चौहान, राजू शर्मा, रमेश चंद्र शामिल रहे। किसान नेताओं को मिल में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने व उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की गई।

किसान नेताओं में कहा कि मिल के निर्धारित समय पर न चलने के कारण गन्ना उत्पादक किसानों का लाखों क्विंटल गन्ना खेतों में खड़ा है। पिछले एख माह से मिल के सैंकड़ों ट्रैक्टरों की लाइन लगी रहती है। किसानों को गर्मी के मौसम में भूखा-प्यासा मिल गेट पर रहना पड़ता है। मिल को शुरू करने में देरी होने के कारण यह परेशानी आ रही है। संयुक्त किसान मोर्चा ने बीती तीन से पांच दिसंबर तक धरना देकर किसानों की समस्याओं को रखा था। जिला उपायुक्त को कई बा ज्ञापन भी सौंपा, परंतु मिल चलाने में देरी कर दी गई, जिसका खामियाजा आज किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
इस दौरान मिल की समय पर मरम्मत कराने, घाटे की जांच कराने, डायरेक्टर्स के चुनाव कराने, एजीएम की बैठक कराने, बॉन्डिंग किए गए सभी गन्ना की पिराई कराने, गन्ने का भुगतान 14 दिन के अंदर करने, किसानों की सुविधा के लिए मिल के सामने जीटी रोड पर कट बनाने, मिल की क्षमता बढ़ाने या नई मिल लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग की गई। प्रबंध निदेशक ने किसानों का आश्वासन दिया कि किसानों का पूरा गन्ना लेने के बाद ही मिल को बंद कर किया जाएगा।
इस अवसर पर डॉ.रघुवीर सिंह, श्रीचंद महाशय, चेतराम मेंबर, कल्लू शर्मा, देशराज चौहान, हरि चौहान मौजूद थे।