मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक तैयार करेगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय

पलवल। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय मनोविज्ञान और मनो चिकित्सा के क्षेत्र में काम करेगा। डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजिकल बिहेवियर साइंस इसके लिए कोर्स शुरू कर रहा है। क्लिनिकल साइकोलॉजी में एमफिल, एमएससी और बीएससी के साथ-साथ एम. वॉक पब्लिक हेल्थ कोर्स के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने सोमवार को सिटीजन हॉस्पिटल एंड डी- एडिक्शन सेंटर के साथ एमओयू साइन किया है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने हॉस्पिटल की सीएमडी डॉ. स्वाति के साथ  एमओयू का आदान प्रदान किया। एमफिल क्लिनिकल साइकोलोजी के जरिए मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक तैयार किए जाएंगे। समाज में बढ़ते मनोरोगों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इस मौके पर कुलसचिव प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि इस कोर्स के माध्यम से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय काउंसलर भी तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि काउंसलिंग के जरिए बहुत से मनोरोगों को नियंत्रित किया जा सकता है।

प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि अस्पताल के साथ मिलकर इस कोर्स को और सशक्त बनाया जाएगा। इसके माध्यम से ऑन द जॉब ट्रेनिंग करवाई जाएगी।विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र एवं क्षमता निर्माण के डीन प्रोफेसर ऋषिपाल ने बताया कि मनोविज्ञान और मनो चिकित्सा के क्षेत्र में शोध करने की आवश्यकता है। इसीलिए यह कोर्स शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि बढ़ते मनोरोगों के इस दौर में मनोवैज्ञानिक और मनोज चिकित्सकों की बहुत आवश्यकता है।

सिटीजन हॉस्पिटल एंड डी-एडिक्शन सेंटर के माध्यम से विद्यार्थियों को ऑन द जॉब ट्रेनिंग कराई जाएगी. थ्योरी का कोर्स विश्वविद्यालय के क्लास रूम में होगा और ट्रेनिंग अस्पताल में होगी। इसके लिए कुछ और अस्पतालों के साथ भी एमओयू किए जाएंगे। इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए उन्होंने डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव के प्रति भी सराहना की।इस अवसर पर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी, डॉ. अमिता, एडिशनल डिप्टी डायरेक्टर नीता सिंह व डॉ. शिव कुमार भी मौजूद थे।

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