पलवल, 30 अगस्त। नवीन शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षा में रंगमंच विषय की अनिवार्यता एवं महत्व को बढ़ावा देने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा तथा पंजाब विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ इंडियन थिएटर के नाट्यगृहम के नेतृत्व में जिला पलवल में 10 दिवसीय जिला स्तरीय रंगमंच कार्यशाला आयोजित की गई। इस रंगमंच कार्यशाला का मार्गदर्शन व अध्यक्षता पंजाब विश्वविद्यालय की डिपार्टमेंट ऑफ इंडियन थिएटर की चेयरपर्सन प्रोफेसर डा. नवदीप कौर, डीएसई डा. अनशज सिंह, अमृता सिंह ने की। मंगलवार को पलवल के सुभाषचंद्र बोस (इन डॉर) स्टेडियम में दस दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह हुआ,

जिसमें रंगमंचीय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें नृत्य, संगीत, स्किट (हास्य नाटिका) आदि को प्रदर्शित किया गया। इसके पश्चात प्रमाण पत्र वितरण किए गए। जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल ने प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी प्राप्त करने वाले स्कूली बच्चों को मेडल दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल ने कहा कि इस तरह की रंगमंचीय कार्यशालाएं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत ही कारगर और जरूरी है। प्रथम दिन की तुलना में जब आज उन्होंने बच्चों को देखा तो उन्हें सकारात्मक बदलाव देखने को मिले। उन्हें बच्चों में आत्मविश्वास से कुछ करने और कहने की भावना दिखी।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामदिया गागट ने बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। बच्चों को रंगमंच कार्यशाला में सिखाने आए मास्टर प्रशिक्षक स्वराज रावत व बृजेश अहिरवार को भी शहर के वरिष्ठ अधिकारियों ने मेडल एवं सर्टिफिकेट प्रदान किया।
इस मौके पर बीआरसी दयानंद रावत, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलवल के प्रधानाचार्य धर्मवीर रावत, जिला विज्ञान विशेषज्ञ राजेश शर्मा, जिला गणित विशेषज्ञ सुखराम, जिला कोऑर्डिनेटर कश्मीर कुमार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के संगीत अध्यापक जोगिंदर उपस्थित रहे।