पलवल, किसानी विरोधी काले कानूनों को निरस्त कराने,न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग तथा बिजली संशोधन विधेयक को रद्द कराने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहा किसान आंदोलन आज सोमवार को भी पलवल केएमपी केजीपी इंटरचेंज पर जारी रहा। नरेन्द्र सहरावत द्वारा संचालित धरने की अध्यक्षता मानसिंह डागर ने की।धरने में शामिल किसानों ने जिले में कार्यरत सभी जनसंगठनों,सामाजिक संस्थाओं, बुद्धिजीवियों,वकीलों, मजदूरों,कर्मचारियों से 27सितम्बर को आयोजित होने वाले भारत बंद में शामिल होकर उसे सफल बनाने कीअपील करते हुए कहा कि यह आंदोलन केवल किसानों का नहीं बल्कि सभी वर्गों का है।आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ किसानों के धरने पर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन किया जिसमें पार्टी के दक्षिण हरियाणा के प्रभारी ओमप्रकाश गुप्ता भी शामिल थे।
धरने में शामिल किसानों को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रतनसिंह सौरौत व धर्मचंद घुगेरा ने बताया कि सरकार कृषि सुधार के नाम पर कानून तो ले आई लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने को तैयार नहीं है।क्योंकि कानूनों में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किसान की उपज की खरीद कैसे सुनिश्चित होगी और किसानों की कर्जमाफी का क्या होगा।इन कानूनों से सरकार ने किसानों से अदालत जाने का अधिकार भी छीन लिया है। कॉन्ट्रेक्ट करने वाली कंपनियां अगर किसान के साथ धोखा करती हैं तो किसान अदालत न जाकर एसडीएम के पास जाएगा।इस व्यवस्था में एसडीएम किसानों को क्या न्याय देगा इसका अंदाजा करनाल लाठीचार्ज के दोषी एसडीएम द्वारा सरेआम किसानों के सिर फोड़ने के गैरकानूनी आदेश देने से लगाया जा सकता है। सरकार की मंशा ठीक नहीं है,सरकार का रही है कि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकता है।भारत में 86प्रतिशत किसानों के पास 2 हैक्टेयर या इससे भी कम खेती है क्या ऐसे किसान दूसरी जगह या दूसरे राज्यों में अपनी फसल बेच सकेंगे,तो फिर ये कानून किसके लिए हैं।सरकार ने किसानों से बातचीत के समय इन कानूनों की दर्जनों खामियों को स्वीकार किया था लेकिन न अब तक संशोधन किया ना ही कानून वापिस लिए।
धरने में शामिल किसानों को सोहनपाल चौहान,रूपराम तेवतिया,रमेशचंद सौरौत, बिधूसिंह, दिगम्बर सिंह,अच्छेलाल, इन्द्रसिंह रावत, पोहपसिंह डागर,किशनचन्द शर्मा,महाशय श्रीचंद,ठाकुरलाल आर्य,धन्नी अलावलपुर व समयराम ककराली ने भी संबोधित किया।
