पलवल। राष्ट्रवादी विचार मंच ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि कोरोनो वायरस के प्रभाव से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन योगाभ्यास, प्राणायाम व यज्ञ करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हवन करने से वायुमंडल शुद्ध होगा तथा कोरोना वायरस खत्म होगा। प्राणायाम से मनुष्य फेफड़े मजबूत होते हैं। ओमिक्रॉन का सर्वाधिक प्रभाव फेंफड़ों ही पर पड़ता है।
उन्होंने बताया कि योगासन करने से शरीर को वायरस से लडने की शक्ति मिलेगी। शीर्षासन, चक्रासन, हलासन, ब्रजासन, उत्तानपादासन, मण्डूकासन, सिद्धासन, स्वस्तिकासन, सर्वांगासन आदि आसन अवश्य करें। आसन व प्राणायाम करने से स्थूल शरीर और सूक्ष्म शरीर व फेफडों को ऊर्जा मिलेगी। परिणाम स्वरूप कोराना वायरस से लड़ने की शक्ति मिलेगी।
स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि सभी मत, मजहब और सम्प्रदाय के लोगों को योगाभ्यास, प्राणायाम और हवन करना चाहिए। सभी मनुष्यों का शरीर पांच तत्वों से बना है। बीमारियां की रोकथाम के उपायों को साम्प्रदायिक दृष्टि से देखना मुर्खता है। हवन कुंड में गोघृत, शुद्ध सामग्री, गुड, गुगल, गिलोय,नीम के पत्ते, पीली सरसों, काले तिलों की आहुति अवश्य दें।