पलवल। बसंत पंचमी के अवसर पर गांव खजूरका में आयुष चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किय गया। शिविर में नोडल अधिकारी डॉ.संजीव तोमर ने लोगों को आयुष मंत्रालय द्वारा दी गई गाइडलाइंस के अनुसार कोविड-19 से बचाव के उपाय, सोंठ, दालचीनी, तुलसी, काली मिर्च से बने काढ़े की सेवन की विधि बताई। उन्होंने बताया कि घरों में उपलब्ध मसाले, आस-पास उपलब्ध पौधे जैसे गिलोय, एलोवेरा आदि किस प्रकार स्वस्थ को बनाए रखने में एवं रोगों को दूर करने में सहायक होते है। शिविर में 546 लोगों की जांच की गई। शिविर का उदघाटन समाजसेवी प्रहलाद ने किया।

डॉ. पुरेन्द्र ने ग्रामीण स्तर पर पुराने रोगों में पंचकर्म चिकित्सा जैसे शिरोधारा, नस्य के लाभों के बारे बताया कि किस प्रकार त्वचा रोगों, मानसिक बीमारियों में पंचकर्म चिकित्सा से शीघ्र लाभ मिलता है और रोग भी जड़ से मिट जाता है। स्त्री रोगियों को डॉ. हेमलता ने खून की कमी को दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय बताए। व्यक्तियों के स्वस्थ को बनाए रखने के लिए योगासन का संचालन योगाचार्य डा. रामजीत ने किया। कैंप में ग्रामवासियों को औषधीय पौधे लगाने एवं औषधीय मसालों के प्रयोग की जानकारी देने के लिय प्रदर्शनी भी लगाई गई।
शिविर में डॉ. हमीदुल्ला, डॉ. रविंदर, डॉ. राजकुमार, डॉ. सोनिया, डॉ. वंदना आर्य, डॉ. गुलफाम, डॉ. अकबर अली, डॉ. रफीक अहमद, डॉ. आशु सिंह, रविशंकर, आबिद हुसैन, आसफ अली, कृष्ण कुमार फार्मासिस्ट ने विशेष योगदान दिया।